Panga review : ‘पंगा’ को लेकर सिनेमा हॉल से बाहर निकलते ही ये बोले दर्शक..पढ़ें

Panga review : ‘पंगा’ को लेकर सिनेमा हॉल से बाहर निकलते ही ये बोले दर्शक..पढ़ें

कंगना की फिल्म ‘पंगा’ को लेकर चल रहे संशय से आज पर्दा तब उठ गया जब पहले ही शो से बाहर निकले दर्शकों ने कहा कि ‘कंगना ने बोलने के लिए कुछ छोड़ा ही नहीं।’ आपको बता दें कि खेलों को लेकर इससे पहले भी कई फिल्में बनाई जा चुकी हैं। लेकिन कम बजट के साथ पंगा जैसी सरल फिल्म बनाना डायरेक्टर्स के लिए बड़ा ही टेढ़ा काम होता है। टेढ़ा काम इसलिए होता है क्योंकि इसमें दूसरी चीजें जैसे कि हैरतअंगेज टेक्नोलॉजी और अन्य तरह की कोई चमक दमक नहीं होती है। इसमें सिर्फ एक स्टोरी होती है जिसके द्वारा दर्शकों को बांधकर रखना होता है। यही एक डायरेक्टर की कला होती है। इस तरह की फिल्मों के लिए आज भी हम ऋषिकेश मुखर्जी जैसे डायरेक्टर्स को याद करते हैं।

अब ‘पंगा’ भी उसी श्रेणी की फिल्म बन गई है। दर्शक फिल्म की जमकर तारीफ कर रहे हैं। फिल्म आपको कब भावुक बना देगी आपको खुद पता नहीं चलेगा। फिल्म में किसी प्रकार का कोई बाहरी दिखावा नहीं किया गया है। सरल कंटेंट का प्रयोग किया गया है। जिसको लेकर कंगना हमेशा से ही जानी जाती रही हैं। कबड्डी प्लेयर के रूप में कंगना के इस अभिनय को देखकर दंगल फिल्म की अभिनेत्रियां भी अब उनकी फैन बन गई हैं। यदि रिव्यू स्टार्स की बात करें तो पंगा को इसके लिए 5 में से 4 स्टार मिले हैं।

ये है स्टोरी :

‘विचार बहुत बड़ा है, मगर ये उम्मीद तो की ही जा सकती है’ यह कहानी एक ऐसी नेशनल कबड्डी प्लेयर की है जो रेलवे स्टेशन पर कबड्डी प्लेयर्स को देख उनसे मिलने की इतनी उतावली हो जाती है कि उनके बात करे बिना अपने को रोक नहीं पाती। लेकिन जब उसे वे कबड्डी प्लेयर्स पहचान नहीं पाते, तो जया (कंगना रनोट) की कहानी जीवन के दूसरे पड़ाव की ओर चल पड़ती है। जब स्टेशन से घर पहुंचने के बाद यह कहानी जया अपने पति प्रशांत को सुनाती है तो इसी दौरान बेटे आदी का यह बोलना कि ‘क्या मम्मी अब इस उम्र में कमबैक नहीं कर पाएगी क्या?’ बस यही बात जया के मन में घर जाती है और फिर पंगे की शुरुआत होती है। जया के जीवन में प्रशांत (जस्सी गिल) और बेटे आदी (योग्य भसीन) के आने के बाद के बदलाव और उससे पहले नेशनल प्लेयर बनने की जर्नी का ताना बाना जिस प्रकार से डायरेक्टर अश्विनी अय्यर तिवारी ने बुना है, वो काबिले तारीफ ​​​है। यही कारण है कि आज यह सारे देश की महिलाओं की कहानी बन गई।

इनका किरदार भी धांसू :

वहीं पंजाबी स्टार और फिल्म में कंगना के पति की भूमिका निभाने वाले जस्सी गिल का किरदार भी दर्शकों को खासा पसंद आया है। 10 साल के भसीन की डायलॉग डिलीवरी और एक्सप्रेसंस किसी को भी अपना बना सकते हैं। वहीं जया की मां बनी नीना गुप्ता का किरदार ज्यादा लंबा नहीं हैं मगर जितना ही है फिल्म से दर्शकों को बांधने के लिए बेहद खास है। फिल्म में रिचा चड्ढा भी आपको एक अलग ही फॉर्म में देखने को मिलेंगी।

ये आई लागत :

‘पंगा’ की लागत की बात करें तो यह छोटे बजट की फिल्म है। जिसे बनाने में महज 34 से 35 करोड़ की लागत आंकी गई है। इसके अलावा फिल्म के प्रचार प्रसार की लागत को भी इसमें शामिल कर दिया जाए तो यह करीब 39 करोड़ तक पहुंचती है। यदि फिल्म 65 से 70 करोड़ की कमाई कर पाती ​है तो बॉक्स ऑफिस पर इसे हिट माना जाएगा। पहले दिन की कमाई की बात करें तो यह फिल्म 4 से 5 करोड़ तक की कमाई कर सकती है।

Share

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *