FASTag से जुड़ी वो सभी जानकारियां जो आपको जाननी चाहिए

FASTag से जुड़ी वो सभी जानकारियां जो आपको जाननी चाहिए

केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय Ministry of road transport and highways वाहन चालकों से टोल टैक्स वसूलने की प्रक्रिया को पूरी तरह से कैशलेस बनाने जा रहा है। ऐसे में देशभर में वाहनों को फास्टैग से जोड़ा जा रहा है। वर्तमान में सरकार को टोल टैक्स का 75 से 80 फीसदी फास्टैग के जरिए प्राप्त हो रहा है। इसलिए आज आपको समझना होगा कि आखिर ये फास्टैग है क्या? FASTag से जुड़ा हर वो सवाल जो आप जानना चाहते हैं…

क्या होता है FASTag?

फास्टैग एक स्टीकर है जो कि चौपहिया या उससे बड़े वाहनों पर आगे की तरफ लगाया जाता है। जब वह गाड़ी किसी टोल प्लाजा से गुजरती है तो वहां लगे स्कैनर गाडी के स्टीकर को स्कैन कर लेते हैं। इस तकनीक को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन RFID कहते हैं। यह अपने आप वाहन और जगह के हिसाब से फास्टैग से जुड़े बैंक अकाउंट से पैसे काट लेता है।

कितने रुपए में मिलता है FASTag?

चौपहिया वाहन कार के लिए वैसे तो फास्टैग की ​राशि अलग-अलग निर्धारित की हुई है, जैसे Paytm की बात करें तो यहां FASTag की राशि 500 रुपए निर्धारित कर रखी है। इसमें 250 रुपए रिफंडेवल सिक्योरिटी डिपोजिट और 150 रुपए मिनिमम बैलेंस मिलता है। वहीं ICICI बैंक फास्टैग के लिए इश्यू फीस के रूप में 99.12 रुपए लेता है। इसके अलावा 200 रुपए डिपोजिट अमाउंट के लिए देने होते हैं और 200 रुपये का बैलेंस रखना अनिवार्य होता है।

कहां से खरीद सकते हैं FASTag?

FASTag को आप देशभर में किसी भी टोल प्लाजा से खरीद सकते हैं। इसके लिए आपको दस्तावेज के रूप में अपने वाहन का रिजस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट दिखाना होगा। इसके अलावा आप इसे पेटीएम के माध्यम से घर बैठे भी प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही SBI, HDFC, ICICI, एक्सिस, कोटक, एयरटेल पेमेंट बैंक और अमेजन आदि से भी फास्टैग प्राप्त कर सकते हैं।

कैसे रिचार्ज करें?

FASTag को रिचार्ज करने के सबसे पहले संबंधित बैंक के फास्टैग वॉलेट को अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड कर लें। अब आप इस वॉलेट को इंटरनेट बैंकिंग, क्रेडिट कार्ड अथवा डेबिट कार्ड आदि से रिचार्ज कर सकते हैं। इसके अलावा आप सीधे Paytm, PhonePe, Amazon Pay और Google Pay से भी आसानी से रिचार्ज कर सकते हैं।

बैलेंस कैसे चेक करें?

इसके लिए आप अपने स्मार्टफोन में मौजूद MyFASTag ऐप जाईए। यहां वॉलेट बैलेंस की स्थिति को कलर कोड के माध्यम से दिखाया गया है। यानी इसमें आपको तीन कलर कोड हरा, ऑरेंज और लाल दिए गए हैं। हरे ​का मतलब पर्याप्त बैलेंस है। ऑरेंज का मतलब बैंलेस कम है और लाल का मतलब ब्लैकलिस्ट हो चुके हो। ब्लैकलिस्ट उसे माना जाता है जिसके खाते में मिनिमम बैलेंस से भी कम राशि पहुंच जाती है।

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