REET परीक्षा को लेकर सरकार का अहम फैसला, अब श्रेणीवार लाने होंगे न्यूनतम अंक

REET परीक्षा को लेकर सरकार का अहम फैसला, अब श्रेणीवार लाने होंगे न्यूनतम अंक
  • आगामी रीट परीक्षा के पात्रता प्रमाणपत्र की वैधता जारी होने की दिनांक से 3 वर्ष की अवधि तक रहेगी।

REET Exam. राजस्थान प्रारंभिक शिक्षा विभाग की ओर से REET परीक्षा को लेकर आज 16 दिसंबर को नए मापदंड जारी कर दिए हैं। इसके अंतर्गत राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा रीट में सभी श्रेणियों के लिए न्यूनतम प्रतिशत अंक निर्धारित किए गए हैं। बता दें कि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद् यानी एनसीटीई द्वारा अध्यापक पात्रता परीक्षा TET के लिए न्यूनतम उत्तीर्णांक 60 प्रतिशत निर्धारित किए गए हैं। साथ ही नियमों के मुताबिक इन न्यूनतम अंकों में रियायत दिए जाने का भी प्रावधान है।

सर्वोच्च न्यायालय में 2016 में दायर की गई एक अपील के निर्णय में तय किया गया कि न्यूनतम अंकों में रियायत देने का क्षेत्राधिकार राज्य सरकार का होगा। इसी निर्णय को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार की ओर से प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा रीट की परीक्षा में ये निर्धारण किया गया है। पात्रता संबंधी निम्न मापदंड इस आदेश के जारी होने के पश्चात् आयोजित होने वाली राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा REET पर लागू होंगे।

सामान्य/अनारक्षित — 60 प्रतिशत
अनुसूचित जनजाति — 55 प्रतिशत एवं टीएसपी के लिए 36 प्रतिशत
एससी, ओबीसी, एमबीसी तथा ईडब्ल्यूएस — 55 प्रतिशत
समस्त श्रेणी की विधवा महिलाएं तथा भूतपूर्व सैनिक — 50 प्रतिशत
दिव्यांग नि:शक्तजन श्रेणी में नियमानुसार आने वाले व्यक्ति — 40 प्रतिशत
सहरिया जनजाति के व्यक्ति — 36 प्रतिशत

akhiriummeed.com
Share

About Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *